البروج
Al-Buruj
The Mansions of the Stars
1 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 001
وَٱلسَّمَآءِ ذَاتِ ٱلۡبُرُوجِ
क़सम है बुर्जों वाले आकाश की!
2 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 002
وَٱلۡيَوۡمِ ٱلۡمَوۡعُودِ
और क़सम है उस दिन की, जिसका वादा किया गया है!
3 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 003
وَشَاهِدٖ وَمَشۡهُودٖ
क़सम है गवाह की और उसकी, जिसके बारे में गवाही दी जाएगी!
4 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 004
قُتِلَ أَصۡحَٰبُ ٱلۡأُخۡدُودِ
खाई वालों का नाश हो गया![1]
1. (1-4) इनमें तीन चीज़ों की शपथ ली गई है। (1) बुर्जों वाले आकाश की। (2) प्रलय की, जिसका वचन दिया गया है। (3) प्रलय के भयावह दृश्य की और उस पूरी सृष्टि की जो उसे देखेगी। प्रथम शपथ इस बात की गवाही दे रही है कि जो शक्ति इस आकाश के ग्रहों पर राज कर रही है उसकी पकड़ से यह तुच्छ इनसान बच कर कहाँ जा सकता है? दूसरी शपथ इस बात पर है कि संसार में इनसान जो अत्याचार करना चाहे कर ले, परंतु वह दिन अवश्य आना है जिससे उसे सावधान किया जा रहा है, जिसमें सबके साथ न्याय किया जाएगा, और अत्याचारियों की पकड़ की जाएगी। तीसरी शपथ इस पर है कि जैसे इन अत्याचारियों ने विवश आस्तिकों के जलने का दृश्य देखा, इसी प्रकार प्रलय के दिन पूरी मानवजाति देखेगी कि उनकी क्या दुर्गत है।
5 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 005
ٱلنَّارِ ذَاتِ ٱلۡوَقُودِ
जिसमें ईंधन से भरी आग थी।
6 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 006
إِذۡ هُمۡ عَلَيۡهَا قُعُودٞ
जबकि वे उस (के किनारों) पर बैठे हुए थे।
7 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 007
وَهُمۡ عَلَىٰ مَا يَفۡعَلُونَ بِٱلۡمُؤۡمِنِينَ شُهُودٞ
और वे ईमान वालों के साथ जो कुछ कर रहे थे, उस पर गवाह थे।
8 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 008
وَمَا نَقَمُواْ مِنۡهُمۡ إِلَّآ أَن يُؤۡمِنُواْ بِٱللَّهِ ٱلۡعَزِيزِ ٱلۡحَمِيدِ
और उन्हें ईमान वालों की केवल यह बात बुरी लगी कि वे उस अल्लाह पर ईमान रखते थे, जो प्रभुत्वशाली और हर प्रकार की प्रशंसा के योग्य है।
9 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 009
ٱلَّذِي لَهُۥ مُلۡكُ ٱلسَّمَٰوَٰتِ وَٱلۡأَرۡضِۚ وَٱللَّهُ عَلَىٰ كُلِّ شَيۡءٖ شَهِيدٌ
वह (अल्लाह) कि जिसके लिए आकाशों और धरती का राज्य है, और अल्लाह हर चीज़ से अवगत है।
10 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 010
إِنَّ ٱلَّذِينَ فَتَنُواْ ٱلۡمُؤۡمِنِينَ وَٱلۡمُؤۡمِنَٰتِ ثُمَّ لَمۡ يَتُوبُواْ فَلَهُمۡ عَذَابُ جَهَنَّمَ وَلَهُمۡ عَذَابُ ٱلۡحَرِيقِ
निश्चय जिन लोगों ने ईमान वाले पुरुषों और ईमान वाली स्त्रियों को परीक्षण में डाला (सताया), फिर तौबा न की, तो उनके लिए जहन्नम की यातना है तथा उनके लिए जलाने वाली यातना है।
11 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 011
إِنَّ ٱلَّذِينَ ءَامَنُواْ وَعَمِلُواْ ٱلصَّـٰلِحَٰتِ لَهُمۡ جَنَّـٰتٞ تَجۡرِي مِن تَحۡتِهَا ٱلۡأَنۡهَٰرُۚ ذَٰلِكَ ٱلۡفَوۡزُ ٱلۡكَبِيرُ
निःसंदेह जो लोग ईमान लाए और उन्होंने अच्छे काम किए, उनके लिए ऐसे बाग़ हैं, जिनके नीचे नहरें बह रही हैं और यही बहुत बड़ी सफलता है।[2]
2. (5-11) इन आयतों में जो आस्तिक सताए गए, उनके लिए सहायता का वादा तथा यदि वे अपने विश्वास (ईमान) पर स्थित रहे, तो उनके लिए स्वर्ग की शुभ सूचना और अत्याचारियों के लिए नरक की धमकी है जिन्होंने उनको सताया और फिर अल्लाह से क्षमा याचना आदि करके सत्य को नहीं माना।
12 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 012
إِنَّ بَطۡشَ رَبِّكَ لَشَدِيدٌ
निःसंदेह तेरे पालनहार की पकड़ बड़ी सख्त है।
13 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 013
إِنَّهُۥ هُوَ يُبۡدِئُ وَيُعِيدُ
निःसंदेह वही पहली बार पैदा करता है और (वही) दूसरी बार पैदा करेगा।
14 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 014
وَهُوَ ٱلۡغَفُورُ ٱلۡوَدُودُ
और वह है जो अत्यंत क्षमा करने वाला, बहुत प्रेम करने वाला है।
15 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 015
ذُو ٱلۡعَرۡشِ ٱلۡمَجِيدُ
वह अर्श (सिंहासन) का मालिक, बड़ा गौरवशाली है।
16 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 016
فَعَّالٞ لِّمَا يُرِيدُ
वह जो चाहता है, कर गुज़रने वाला है।[3]
3. (12-16) इन आयतों में बताया गया है कि अल्लाह की पकड़ के साथ ही जो क्षमा याचना करके उसपर ईमान लाए, उसके लिए क्षमा और दया का द्वार खुला हुआ है। क़ुरआन ने इस कुविचार का खंडन किया है कि अल्लाह, पापों को क्षमा नहीं कर सकता। क्योंकि इससे संसार पापों से भर जाएगा और कोई स्वार्थी पाप करके क्षमा याचना कर लेगा, फिर पाप करेगा। यह कुविचार उस समय सह़ीह़ हो सकता है जब अल्लाह को एक इनसान मान लिया जाए, जो यह न जानता हो कि जो व्यक्ति क्षमा माँग रहा है उसके मन में क्या है? अल्लाह तो मर्मज्ञ है, वह जानता है कि किसके मन में क्या है? फिर "तौबा" इसका नाम नहीं कि मुख से इस शब्द को बोल दिया जाए। तौबा (पश्चाताप) मन से पाप न करने के संकल्प का नाम है और अल्लाह तआला जानता है कि किसके मन में क्या है?
17 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 017
هَلۡ أَتَىٰكَ حَدِيثُ ٱلۡجُنُودِ
(ऐ नबी!) क्या तुम्हें सेनाओं की ख़बर पहुँची है?
18 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 018
فِرۡعَوۡنَ وَثَمُودَ
फ़िरऔन तथा समूद की?[4]
4. (17-18) इनमें अतीत की कुछ अत्याचारी जातियों की ओर संकेत है, जिनका सविस्तार वर्णन क़ुरआन की अनेक सूरतों में आया है। जिन्होंने आस्तिकों पर अत्याचार किए, जैसे मक्का के क़ुरैश मुसलमानों पर कर रहे थे। जबकि उनको पता था कि पिछली जातियों के साथ क्या हुआ। परंतु वे अपने परिणाम से ग़ाफ़िल थे।
19 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 019
بَلِ ٱلَّذِينَ كَفَرُواْ فِي تَكۡذِيبٖ
बल्कि वे लोग जिन्होंने कुफ़्र किया, झुठलाने में लगे हुए हैं।
20 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 020
وَٱللَّهُ مِن وَرَآئِهِم مُّحِيطُۢ
और अल्लाह उनके पीछे से (उन्हें) घेरे हुए है।[5]
5. (19-20) इन दो आयतों में उनके दुर्भाग्य को बताया जा रहा है जो अपने प्रभुत्व के गर्व में क़ुरआन को नहीं मानते। जबकि उसे माने बिना कोई उपाय नहीं, और वे अल्लाह के अधिकार के भीतर ही हैं।
21 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 021
بَلۡ هُوَ قُرۡءَانٞ مَّجِيدٞ
बल्कि वह गौरव वाला क़ुरआन है।
22 - Al-Buruj (The Mansions of the Stars) - 022